3 weeks 6 days ago
रांची में आयोजित हुआ प्रथम धरती आबा फिल्म महोत्सव, देशभर की 52 फिल्मों का प्रदर्शन
admin
Tue, 10/21/2025 - 17:07
रांची, 16 अक्टूबर 2025: रांची में 14 से 16 अक्टूबर तक भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय एवं झारखंड सरकार के कल्याण विभाग के सहयोग से "प्रथम धरती आबा फिल्म महोत्सव" का आयोजन किया गया। महोत्सव में देशभर से आई कुल 52 फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
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1 month ago
मुड़मा जतरा 2025 : धूमिल संस्कार, मालामाल दुकानदार
दिनांक 8 और 9 अक्टूबर को लगने वाला मुड़मा जतरा आज मेला में तब्दील हो गया है,1984 ई में जब मैं मुड़मा जतरा गया था तब पूरे मैदान में जतरा के घोल नजर आ रहे थे। नागपुरी कलाकारों की मंच और उरांवों की खोड़हा कम से कम 30-35 रहा होगा, गगन भेदी मधुर मांदर नगाड़े की ध्वनि के साथ रात गुलजार हो गया था । दुकानदार थे परन्तु किनारे और छोटे छोटे हस्तकला के समान विशेष थे । खेलने और नाचने के लिए प्रयाप्त जगह था, झूले देहाती यानी छोटे और बड़े जतरा के शोभा बढ़ा रहे थे । ईख से मानो जंगल का क्षेत्र लग रहा था । गांव के गांव बच्चे बूढ़े जवान जतरा में घोल के घोल चढ़े थे । झूले और तरह तरह के मिठाई की दुकानों से मेला
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1 month ago
ऐतिहासिक मुड़मा जतरा संपन्न
दिनांक 8-9 अक्टूबर 2025 ( झारखंड,राजकीय जतरा/मेला) में अंतरराष्ट्रीय सरना धर्मगुरु श्री बंधन तिग्गा ने घोषणा की "कुँड़ुख़ उराव भाषा की लिपि तोलोंग सिकि को देश के कोने-कोने तक पहुंचने के लिए तथा सामाजिक जन शिक्षा के मध्य के रूप में अनुमोदित एवं लोकार्पित करता हूं"।
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2 months ago
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2 months 1 week ago
उरांव जनजाति प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिला, कुंडुख को 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग
दिल्ली/रांची: झारखंड का एक प्रतिनिधिमंडल भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर कुड़ुख (उरांव) भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने एवं इसके संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में मार्गदर्शन एवं कार्यादेश जारी करने का अनुरोध किया। राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि देश में करीब 40 लाख उरांव जनजाति के लोग बसते हैं। जिसमें झारखण्ड, छतीसगढ़, ओड़िसा, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, मध्यप्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र आदि राज्यों में निवासरत हैं।
ज्ञापन में 10 सुत्री मांगें रखी गयीं जो इस प्रकार है:
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2 months 3 weeks ago
डी डी चैनल पर प्रसारित हुआ कुंडुख स्कूल मंगलो पर बना डाक्यूमेंट्री
दिनांक 20/08/2025 को DD NATIONAL, चैनल पर समय 6:00pm बजे शाम में कुँडुख भाषा एवं कुंडुख स्कूल मंगलो पर बना डाक्यूमेंट्री फिल्म को भारत के गाँव का सबसे बड़ा ग्रामीण शो के रूप प्रसारित किया गया। यह हमारे लिए गर्व का विषय है। आगे कुँडुख़ भाषा का प्रचार-प्रसार के लिए समाज से और अधिक सहयोग की अपेक्षा करते है । कुँडुख़ भाषा को बचाना -इतनी जरूरी है , अब मैं और अधिक गहराई से समझ पा रहा हूँ।
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2 months 3 weeks ago
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3 months 1 week ago
Kurukh Training Program at Jalpaiguri (WB)
Kurukh Literary Society of India, kolkata chapter organized and coducted Kurukh Training Program w.e.f. 16.07.2025 to 30.07.2025 for the promotion preservation of Kurukh language at Mal Bazar, Jalpaiguri, WB. Program was inaurated by honourable mininster in charge, tribal development department, govt. of WB Shri Bulu Chik Baraik. Initially 90 people registered for training but only 73 people appeared for the Test and certificate was given to these people only.
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3 months 1 week ago
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3 months 1 week ago
गुरूजी नहीं रहे..!
झारखंड अलग प्रांत के प्रणेता और आदिवासी व मूलवासी समाज के गुरूजी अर्थात शिबु सोरेन का स्वर्गवास हो गया है। यूं तो अलग झारखंड की मांग पिछले लम्बे अरसे से चलती रही है लेकिन इस आंदोलन को जमीनी अधिकार का तेवर दिया था शिबु सोरेन ने। झारखंड ही क्यों पूरे देश का आदिवासी व बंचित समाज गुरूजी का कर्जदार है और रहेगा। 81 वर्षीय शिबु सोरेन पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे। सर गंगाराम अस्पताल (दिल्ली) में उनका इलाज चल रहा था। गुरूजी अपने पीछे दो पुत्र हेमन्त सोरेन और बसंत सोरेन और भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। गुरूजी की राह पर चल रहे हेमन्त सोरेन अभी राज्य के मुख्यमंत्री हैं। 04 अगस्त 2025 को
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3 months 2 weeks ago
आदिवासी महिलाओं का पैतृक संपत्ति पर सम्मान अधिकार पर चर्चा संपन्न
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Sat, 08/02/2025 - 20:53
राम चरण बनाम सुखराम के हालिया मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा "आदिवासी महिला का पैतृक संपत्ति में सम्मान हिस्सेदारी" की बात की है. इस फैसले पर आदिवासी महिलाओं का विचार जानने हेतु , "टीम धुमकुड़िया" और "अंतरराष्ट्रीय कुँड़ुख़र समाज" द्वारा संयुक्त रूप से 26.7.2025 दिन शनिवार समय शाम 7:45 से रात्रि 10:30 तक एक ऑनलाइन परिचर्चा का विचार विमर्श आयोजन किया गया . इसमें, आदिवासी समाज से कई विशिष्ट महिलाओं को मुख्या वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया. इस परिचर्चा में आदिवासी समुदाय के बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता, एक्टिविस्ट, जुड़े और महिलाओं का विचार सुना.
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45 minutes 24 seconds ago
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