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KT MAG 06

Kurukh Times बहुभाषीय पत्रिका का छठा अंक प्रकाशित हो चुका है। अपनी खास साज-सज्‍जा और समृद्ध लेखों से परिपूर्ण यह पत्र…

Kurukh Times Magazine Vol 05

कुंड़ुख टाइम्‍स (वेब संस्‍करण) का अक्‍टूबर से दिसंबर 2022 / अंक 5 का यह संस्‍करण काफी पठनीय है। आप इसे यहां ऑनलाइन पढ…

Dhumkuria Book

धुमकुड़िया, उराँव आदिवासी समाज की एक पारम्परिक सामाजिक, व्यक्तित्व एवं कौशल विकास केन्द्र है। प्राचीन काल से ही यह, गा…

Kurukh Times print edition 04
कुंड़ुख टाइम्‍स त्रैमासिक पत्रिका का चतुर्थ (4th)अंक प्रकाशित हो गया है। यह अंक 'बिसुसेन्‍दरा विशेषांक' है। यह अंक Tata
शब्‍दावली बैठक 1

दिनांक 01 मई 2022, दिन रविवार को आदिवासी उराँव समाज समिति, बिरसा नगर, जोन न०-6, जमशेदपुर में ‘‘कुँड़ुख़ व्याकरण की पार…

KurukhTimes.com Print Edition Vol. 1

आपको तो पता है कि हमारा-आपका एक और वेबसाइट KurukhTimes.com लम्‍बे समय से आपको कुंड़ुख जगत की खबरें, सूचनाएं और शोध आद…

पहेलियां..

कुंड़ुख़ भाषा में पहेलियों का प्रयोग बखुबी होता है। बच्चों के लिए यह बौदि्धक एवं भाषा विकास का एक अनोखा तरीका है जिसे स…

कुड़ुख मुहावरे

कुंड़ुख़ भाषा में मुहावरा एवं कहावत का प्रयोग बखुबी होता है। कई असहज बातों को इससे आसानी से समझा जाता है। आइये इसे जाने…

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ताेलाेंङ सिकि कुंड़ुख़ व्याकरण संबंधी आवश्यक जानकारी

2 days 8 hours ago
ताेलाेंङ सिकि कुंड़ुख़ व्याकरण संबंधी आवश्यक जानकारी admin Tue, 01/14/2025 - 16:38

देवनागरी लिपि से कुंड़ुख भाषा की सभी ध्वनियों को ज्यों का त्‍यों लिखने में कठिनाई होती है । अतः देवनागरी लिपि के मूल सिद्धांत ‘एक ध्वनि एक संकेत’ के अनुसार तथा पुनरूक्ति दोष से बचने हेतु प्रचलित ध्वनि चिह्न के नीचे या उपर भाषा विज्ञान एवं तकनीकि सम्मत, पूरक चिह्न देकर पढ़ने एव लिखने के तरीके को तोलोंग सिकि में अपनाया गया है, जिस प्रकार कि उर्दू भाषा के ध्वनियों को दिखलाने के लिए देवनागरी अक्षर के नीचे बिन्दु देने की मान्यता है । जैसे - क़, ख़, ग़, ब़, फ़, ज़, व़ आदि । कुँड़ुख़ भाषा की ध्वनियों के लिए पूरक चिह्न का प्रयोग इस प्रकार किया गया है:- .. 

admin

क्या राज्य सरकार को पंचायत अधिनियम या पेसा पर कानून बनाने का अधिकार है?

5 days 8 hours ago
क्या राज्य सरकार को पंचायत अधिनियम या पेसा पर कानून बनाने का अधिकार है? admin Sat, 01/11/2025 - 16:56

पेसा कानून की नियमावली, पेसा कानून,1996 के मूल प्रावधानों के ही आलोक में बनाना है पर लोगो में कुछ भरम की स्थिति है । एक छोटा सा  प्रयास है इसको दूर करने का ।जैसे, अस्पष्टता और भ्रम के निम्न बिंदु हैं।

admin

गुमला में 'डहुड़ा कुद्दना हंका' का आयोजन

1 week 2 days ago
गुमला में 'डहुड़ा कुद्दना हंका' का आयोजन admin Tue, 01/07/2025 - 12:52

दिनांक - 05/01/2025, दिन- रविवार को स्थान- पड़हा पिण्डा, छोटका सैन्दा, टूकू टोली, सिसई, गुमला में 'डहुड़ा कुद्दना हंका' का आयोजन हुआ। जिसका विषय - कुंड़ख़र पद्दा पंच्चा, पड़हा पंच्चा, बेल पंच्चा और सरकारी न्यायालय व्यवस्था रहा। तीन संगी पड़हा (9+6+7 = 22 पड़हा ) की प्रतिनिधियों की उपस्थिति देखी गई। मुख्य वक्ताओं में डॉ नारायण उरांव "सैंदा", डॉ नारायण भगत , लोहोर मइन उरांव, प्रो० रामचंद्र उरांव, आदि ने इस विशेष बैठक में संबोधित किया। ग्रामसभा पड़हा व्यवस्था को सशक्त करने के लिए संबंधित पुस्तकें भेंट देकर प्रेरित किया गया। प्रत्येक गांव में धुमकुड़िया को पुनर्जीवित कर अपनी विशिष्ट कुँड़ुख भाष

admin

परंपरागत ग्रामसभा पड़हा बिसुसेन्‍दरा गुमला मंडल के सम्‍मेलन के अनुसार दिशा निर्देश

3 weeks 4 days ago
परंपरागत ग्रामसभा पड़हा बिसुसेन्‍दरा गुमला मंडल के सम्‍मेलन के अनुसार दिशा निर्देश admin Sun, 12/22/2024 - 12:11

भारतीय संसद द्वारा पारित पेसा कानून 1996 की धारा 4(d) के तहत दिनांक 18 एवं 19 मई 2024 को 22 गांवों के सदस्‍यों द्वारा 'परम्‍परागत ग्रामसभा पड़हा बिसुसेन्‍दरा, गुमला मण्‍डल' का दो दिवसीय सम्‍मेलन पड़हा पिण्‍डा ग्राम सैन्‍दा, थाना सिसई जिला गुमला (झारखंड) में संपन्‍न हुआ और सम्‍मेलन की उपलब्धि को आम लोगों के अनुपालन हेतु स्‍वीकृत,अनुमोदित एवं प्रकाशित किया जा रहा है। नीचे पीडीएफ में पढ़े अथवा डाउनलोड करके सुरक्षित रख लें : 

admin

झारखण्ड के गुमला शहर के नामकरण की अवधारणा

4 weeks 1 day ago
झारखण्ड के गुमला शहर के नामकरण की अवधारणा admin Wed, 12/18/2024 - 09:46

पुरखर बाःचका रअ़नर - कुद्दोय ना बेद्दोय, ओक्कोय ना ख़क्खोय अर्थात घुमोगे (ढूँढ़ोगे) तो खोजोगे (पाओगे), बैठोगे यानी संगत में बैठोगे तो ज्ञान हासिल करोगे।

admin

गुमला मान्‍दर के संबंध में कुड़ुख़ (उरांव) भाषा में लोकगीत 2

4 weeks 2 days ago
गुमला मान्‍दर के संबंध में कुड़ुख़ (उरांव) भाषा में लोकगीत 2 admin Tue, 12/17/2024 - 09:00

gumlA mAnwar ke saMbaMW me kuzux (urAEv) lokgiq

  1. o:r - gumlA q Axe:l xe:nway ci ayo go,
    ju:zu jumurkA bwse laggo, re HH2HH

Pe:r - gumlA xe:l xo:terA, yo,
ju:zi CuturkA bese laggi, re HH2HH

 

admin

मान्‍दर के संबंध में कुड़ुख़ (उरांव) भाषा में लोकगीत

1 month ago
मान्‍दर के संबंध में कुड़ुख़ (उरांव) भाषा में लोकगीत admin Mon, 12/16/2024 - 22:03

mAnwar ke saMbaMW me kuzux (urAEv) lokgiq

  1. o:r - xe:l niXhay xoterA ju:zi,
    be:cA barLoy kA malA, re HH2HH

Pe:r - barA huE barLon, malA huE barLon.
xe:r ciE:xo bA:ri barLon, re HH2HH

 

admin

TSF Tribal App में आनलाइन निबंधन हेतु प्रशिक्षण 

2 months ago
TSF Tribal App में आनलाइन निबंधन हेतु प्रशिक्षण  admin Tue, 11/12/2024 - 12:20

दिनांक 10/11/2024, दिन रविवार को अद्दी अखड़ा संस्था, रांची और टाटा स्टील फाउंडेशन, जमशेदपुर के संयुक्त तत्वावधान में एजेरना FC बेड़ा प्रोजेक्ट के सभी शिक्षकों के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। यह प्रशिक्षण उपस्थित समन्वयकों द्वारा आशा आदिवासी कुँड़ुख स्कूल बलसोता, भण्डरा, लोहरदगा में दी गई। जिसमें TSF Tribal App पर डाटा डालने और अपलोड करने तक की क्रमबद्ध प्रक्रिया बताई गई। जियोटैग और बच्चों के ऑनलाइन नामांकन से जुड़े जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। कुँड़ुख भाषा एवं तोलोंग सिकि लिपि की कक्षाओं का संचालन व्यवस्था ऑफलाइन मोड से बदलकर ऑनलाइन मोड में किया जाना है। सभी उपस्थित शिक्षकों ऑनलाइन प्रक्रिया स

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