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कुंड़ुख भाषा - तोलोंग सिकि लिपि पर राष्‍ट्रीय सेमिनार का दूसरा दिन

1 week ago
कुंड़ुख भाषा - तोलोंग सिकि लिपि पर राष्‍ट्रीय सेमिनार का दूसरा दिन

दिनांक 02 एवं 03 अक्टुवर 2024 को कुड़ुख़ भाषा की दशा एवं दिशा विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार, कुड़ुख़ भाषा एवं सांस्कृतिक पुनरूत्थान केन्द, बम्हनी  गुमला में सम्पन्न हुआ। इस सेमिनार में दिनांक 03 अक्टुवर 2024  किये गये  प्रस्तुति में से कुड़ख़ भाषा तोलोंग सिकि और उरांव समाज की भूमिका विषय किए गए प्रस्तुति का पीडीएफ आप सभी के समक्ष प्रस्तुत है -

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बम्हनी, गुमला में कुड़ुख़ भाषा की दशा एवं दिशा विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार शुरू

1 week ago
बम्हनी, गुमला में कुड़ुख़ भाषा की दशा एवं दिशा विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार शुरू admin Fri, 10/04/2024 - 17:48

दिनांक- 02 अक्टूबर 2024, दिन- बुधवार को गुमला जिले के कुँड़ुख भाषा एवं सांस्कृतिक पुनरूत्थान केन्द्र, बम्हनी में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार की शुरुआत हुई। प्रथम दिन की सेमिनार की अध्यक्षता कुँड़ुख विभागाध्यक्ष, डॉ नारायण भगत द्वारा किया गया। मंच संचालन कमल उरांव द्वारा किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के पुर्व कुलपति डॉ रविंद्र भगत उपस्थित होकर संबोधित किए। कार्यक्रम के आरंभ में मंच पर कई दिग्गज जनों ने आसन ग्रहण किया और उरांव/कुँड़ुख भाषा की महत्व एवं विकास पर विचार साझा किए। इनमें साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के सदस्य श्री महादेव टोप्पो, पुर्व मंत्री श्र

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टाटा फाउन्‍डेशन द्वारा संचालित तोलोंग सिकि सह कुंड़ुख भाषा शिक्षण केंद्र बलसोता के बच्चों का शैक्षिक भ्रमण संपन्‍न

1 week 1 day ago
टाटा फाउन्‍डेशन द्वारा संचालित तोलोंग सिकि सह कुंड़ुख भाषा शिक्षण केंद्र बलसोता के बच्चों का शैक्षिक भ्रमण संपन्‍न admin Fri, 10/04/2024 - 17:36

आज दिनांक 02/09/2024 को टाटा स्टील फाउन्‍डेशन द्वारा संचालित तोलोंग सिकि सह कुंड़ुख भाषा शिक्षण केंद्र आशा आदिवासी विद्यालय बलसोता सरना टोली भण्डरा के बच्चों को शैक्षिक भ्रमण के लिए  130 बच्चे और 15 शिक्षण-कर्मी सुबह 8 बजे दो बस में रवाना हुए। साथ में मंदर और झांझ के साथ करम और जतरा गीतो में झुमते हुए कब  और कैसे दो घंटा बिता पता ही नहीं चला और 10 बजे ओरमांझी पहुंचे भगवान बिरसा जैविक उद्यान ओरमांझी परिसर में सभी पुड़ी सब्जी खाने के बाद  निशुल्क प्रवेश था। जैविक उद्यान में प्रवेश करते ही रंग-बिरंगे छोटे - छोटे और शुतुरमुर्ग जैसे बड़े पक्षी देख कर बच्चे बहुत खुश हुए फिर बाघ, चीता, शेर और भालू

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कुँड़ुख भाषा और पुथी जतरा से साहित्य की विकास की अधिक संभावना: महादेव टोप्पो

1 week 3 days ago
कुँड़ुख भाषा और पुथी जतरा से साहित्य की विकास की अधिक संभावना: महादेव टोप्पो admin Tue, 10/01/2024 - 18:11

दिनांक 28/09/2024 को सुबह 10.00 बजे से 2.00 बजे तक विश्वविद्यालय कुँड़ुख विभाग, रांची विश्वविद्यालय, रांची के परिसर में ‘कुँड़ुख व्याकरणिक शब्दावली एवं शब्द रचना’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई। इस कार्यशाला में कुँड़ुख शब्द एवं व्याकरण को लेकर गहन चर्चा की गई। बैठक में में यह निर्णय लिया गया कि भविष्य में व्याकरण लेखन कार्य मानकीकरण एवं संशोधन को ध्यान में रखकर पुस्तक प्रकाशन की अपील किया करेंगे। वहीं अद्दी अखड़ा संस्था की ओर से कुँड़ुख विभाग को कुँड़ुख पुस्तकें एवं त्रैमासिक पत्रिकाएं भेंट की गई। प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए विशेष कुँड़ुख व्याकरण न होना की समस्या सामने आई। डॉ ना

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पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में  उल्लेखनीय कार्य करने वाले झारखंड के तीन आदिवासी हस्तियों को राष्ट्रीय सम्मान

1 week 4 days ago
पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में  उल्लेखनीय कार्य करने वाले झारखंड के तीन आदिवासी हस्तियों को राष्ट्रीय सम्मान admin Mon, 09/30/2024 - 19:25

देश और दुनिया में प्राकृतिक और सामाजिक पर्यावरण के बढ़ते संकट पर विचार करने और इसके समाधान के  उपायों को साझा करने के लिए रांची प्रेस क्लब  में 29 सितंबर 2024 को सावित्रीबाई सेवा फाउंडेशन पुणे के मदद से पर्यावरण संरक्षण के मसीहा अनुपम मिश्र के याद में गोदावरी देवी फाउंडेशन, रांची की ओर से पर्यावरण संरक्षण से  जुड़े देश भर  के  30 हस्तियों को  सम्मानित किया गया । जिसमें पारंपरिक स्वाशासन पड़हा व्यवस्था लोहरदगा  के संयोजक श्री विनोद भगत एवं देवान श्री संजीव  भगत  और आदिवासी पत्रकार बरखा लकड़ा  को राष्ट्रीय पर्यावरण सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया । 

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स्‍व. डॉ निर्मल मिंज की पत्‍नी परक्‍लेता मेरियन मिंज नहीं रहीं!

3 weeks 5 days ago
स्‍व. डॉ निर्मल मिंज की पत्‍नी परक्‍लेता मेरियन मिंज नहीं रहीं! admin Mon, 09/16/2024 - 12:35

जीईएल के प्रथम बिशम स्‍व. डॉ निर्मल मिंज की पत्‍नी परक्‍लेता मेरियन मिंज नहीं रहीं। 15 सितंबर 2024, रविवार को संध्‍या साढे छह बजे उनका निधन हो गया। अंतिम संस्‍कार आज दिनांक 16 सितंबर 2024 को दोपहर 3 बजे जीईएल चर्च कब्रिस्‍तान (डिबडीह, रांची) में आयोजित किया जाएगा।
अंतिम संस्कार कार्यक्रम को ज़ूम मीटिंग के माध्यम से ऑनलाइन प्रसारित किया जाएगा। यदि आप इसमें शामिल होना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके सीधे अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं।
https://us06web.zoom.us/j/7703122023?pwd=4llfnuAXOkeQHgyAda74PwTagmzP8f.1

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बसिया के स्कुली शिक्षकों ने तोलोंग सिकि के प्रभावी शिक्षण पर लिया प्रशिक्षण

1 month ago
बसिया के स्कुली शिक्षकों ने तोलोंग सिकि के प्रभावी शिक्षण पर लिया प्रशिक्षण admin Tue, 09/10/2024 - 12:09

दिनांक- 08/09/2024, दिन- रविवार को बसिया के स्कुली शिक्षकों ने अद्दी कुँडुख चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा, संस्था के चिरौंदी स्थित कार्यालय में आकर एक दिवसीय प्रशिक्षण ली। यह प्रशिक्षण प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की शिक्षा के लिए विशेष कुँड़ुख भाषा और तोलोंग सिकि लिपि पर हूई। अन्य विषय जैसे गणित, बाल कविताएं (चिंचो डण्डी), धुमकुड़िया का पाठ्यक्रम, भाषा विज्ञान, घड़ी की विपरीत दिशा का कुँड़ुख़ कबिले में महत्व आदि पर भी चर्चा हुई। डॉ नारायण उरांव की उपस्थिति में कार्यशाला हूई जिसका उद्देश्य आदिवासियत को बढ़ाने, कुँड़ुख भाषा- संस्कृति को बचाने और स्कुलों में तोलोंग सिकि लिपि से पढ़ाई-लिखाई करना है

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सैन्दा गांव की करम कहानी

1 month 1 week ago
सैन्दा गांव की करम कहानी

प्रस्तुत फोटो ग्राम सैन्दा, थाना सिसई, जिला गुमला (झारखंड) के करम परब पूजा-पाठ के बाद विसर्जन के समय का है। गांव के युवक-युवती भादो एकादशी को श्रद्धा भक्ति के साथ करम पेड़ की तीन डाली को लाकर गांव के पहान को सौंपते हैं। गांव के पहान, करम की डाली को श्रद्धा पूर्वक अखड़ा के बीच स्थापित करते हैं और गांव के सभी जनों के लिए करम देव एवं ईश्वरीय शक्ति से प्रार्थना करते हैं। बाद में सभी उपवास किये करमईत गण परम्परागत रूप से पूजा अराधना करते हैं। फिर दूसरे दिन दोपहर के बाद 3-4 बजे विसर्जन के लिए नाचते गाते पानी में बहा दिया करते हैं। विसर्जन के लिए गांव से बाहर पानी में बहाने के लिए ले जाने के समय का

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धूमकुड़िया जमटोली बेड़ो में सीता तिर्की द्वारा बच्चों को सिखाने का प्रयास

1 month 2 weeks ago
धूमकुड़िया जमटोली बेड़ो में सीता तिर्की द्वारा बच्चों को सिखाने का प्रयास admin Sat, 08/24/2024 - 18:27

यह विडियो दिनांक 22.08.2024 दिन वृहस्पतिवार को कुंड़ुख़ भाषा तोलोंग सिकि शिक्षण केन्द्र जामटोली, बेड़ो में चल रहे केन्द्र का विडियो है। यहां टाटा स्टील फाउंडेशन जमशदेपुर तथा अद्दी कुंड़ुख़ चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा, रांची द्वारा कुंड़ुख़ भाषा तोलोंग सिकि शिक्षण  केन्द्र, जामटोली में चलाया जा रहा है। छोटे बच्चे पारम्परिक रूप से मौसमी राग एवं गीत गा रहे हैं। यह सुखद अहसास है। साथ ही अपने स्कूली शिक्षा का यहां अभ्यास करने का भी अवसर मिलता है। आइए बच्चों द्वारा गाए जा रहे मौसमी उरांव गीत सुनने के लिए विडियो का आनंद लिया जाए.. 

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कुंड़ुख़ भाषा तोलोंग सिकि शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला टी.सी.सी.जमशेदपुर में सम्पन्न 

1 month 3 weeks ago
कुंड़ुख़ भाषा तोलोंग सिकि शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला टी.सी.सी.जमशेदपुर में सम्पन्न  admin Wed, 08/21/2024 - 17:09

दिनांक –1 6 अगस्त से 20 अगस्त 2024 तक टाटा स्टील फाउंडेशन ,जमशेदपुर की सहयोगी संस्था अद्दी कुंडुख चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा,रांची एवं उरांव सरना समिति, चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम  द्वारा संचालित एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट के अंतर्गत  "तोलोङ सिकि सह कुंडुख भाषा शिक्षक-संयोजक प्रशिक्षण" 5 दिवसीय आवासीय कार्यशाला टी॰सी॰सी॰ सोनारी(जमशेदपुर) में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ । इस आवासीय कार्यशाला में पूर्वी सिंहभूम ,पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला –खरसंवां के 45 कुंड़ुख़ भाषा शिक्षक/शिक्षिका, समन्वयक एवं कार्यालय सहायक ने भाग लिया । कार्यशाला में प्रशिक्षण देने के लिए तोलोङ सिकि (लिपि) के जनक डा॰नारायण उर

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विश्व आदिवासी दिवस पर बीएस काॅलेज ऑडिटोरियम सभागार में कुँडुख़ भाषा की हुई चर्चा

2 months ago
विश्व आदिवासी दिवस पर बीएस काॅलेज ऑडिटोरियम सभागार में कुँडुख़ भाषा की हुई चर्चा

दिनांक 09/08/2024 को बीएस काॅलेज लोहरदगा ऑडिटोरियम सभागार में समस्त आदिवासी  संगठन लोहरदगा  की  ओर से भव्य विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया।  संजीव भगत पड़हा संयोजक ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पुरे बुधुवीर सेना को लगाया गया था। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य -विभिन्न कुँड़ख़ संगठनो को जोड़ कर अपनी हक-अधिकार ,भाषा-लिपि धर्म- संस्कृति का संरक्षण करना । पड़हा व्यवस्था को मजबूत करना ।,आदिवासियों पर शोषण अत्याचार से रक्षा करना  तथा साथ  मिलकर त्योहार आदि को मनाना है। कार्यक्रम का नेतृत्व पड़हा दिवान विनोद भगत "हिरही" एवं पड़हा संयोजक संजीव भगत ने किया। 9 अगस्त  की तैयारी  को लेकर दर्जनो

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विश्‍व आदिवासी दिवस 2024 की ढ़ेर सारी बधाई और शुभकामनाएं

2 months ago
विश्‍व आदिवासी दिवस 2024 की ढ़ेर सारी बधाई और शुभकामनाएं

आदिवासी समाज अपने संगीत-नृत्‍य के लिये मशहूर है। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन लगभग हर त्‍योहार और खास मौके पर अवश्‍य होता है। खास कर गांवों में तो जैसे यह दिनचर्या है। आज आदिवासी दिवस है। पूरी दुनिया में यह मौका आदिवासियों के लिये खास है। ऐसे में संगीत नृत्‍य न हो यह कैसे संभव है। तो लीजिए आज लुत्‍फ उठाइये आदिवासी नृत्‍य का ।

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छिन्न-भिन्न होती आदिवासियत

2 months ago
छिन्न-भिन्न होती आदिवासियत

“आदिवासियत” शब्द का मतलब आदिवासी जीवनशैली, संस्कृति, परंपराओं, और जीवन मूल्यों से है जिसे आदिवासी समुदय अपने आत्मीयता में संरक्षित रखते हैं। यह उन समुदायों की पहचान और धरोहर को संदर्भित करता है जो प्राचीन काल से अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक और सामाजिक संरचनाओं के साथ जुड़े हुए हैं। 
यूनेस्को (UNESCO) के अनुसार  आदिवासियत को निम्नलिखित बिन्दुओं से परिभाषित कर सकते हैं:
1.    सांस्कृतिक धरोहर: आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक धरोहर में उनके रिवाज, त्योहार, पारंपरिक नृत्य, संगीत, और कला शामिल हैं। यह धरोहर उनके धार्मिक विश्वासों, मिथकों, और पारंपरिक ज्ञान में भी परिलक्षित होती है।

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जमशेदपुर एवं सरायकेला-खरसावां में एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट के भाषा शिक्षकों की परीक्षा संपन्न

2 months 1 week ago
जमशेदपुर एवं सरायकेला-खरसावां में एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट के भाषा शिक्षकों की परीक्षा संपन्न admin Sat, 08/03/2024 - 12:45

दिनांक 30/07/2024 को धुमकुड़िया बिरसा नगर, जोन नंबर- 6, जमशेदपुर में संचालित सभी सेंटर के शिक्षकों की परीक्षा ली गई। वहीं दिनांक 01/08/2024 को सरायकेला/ सीनी के बाबा कार्तिक उरांव पुस्तकालय (शहरबेड़ा) में टाटा स्टील फाउंडेशन की सहकार्यता से अद्दी अखड़ा संस्था, रांची द्वारा संचालित एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया गया। जिसमें टाटा स्टील फाउंडेशन के अधिकारी श्री देवराज मुंडा, सहकर्मी सुश्री गीता कोया और श्री धर्मेंद्र उरांव की उपस्थिति में परीक्षा संपन्न हुई । नए सत्र 2024-2025 के लिए कुँड़ुख भाषा शिक्षकों के वार्षिक प्रगति स्तर जॉंचने हेतू यह परीक्षा का आयोजन किया गया। छः सेंटरों में

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‘जनजातीय भाषा शिक्षक पद सृजन का विवाद‍ित सर्वे निरस्‍त हुआ‍’

2 months 1 week ago
‘जनजातीय भाषा शिक्षक पद सृजन का विवाद‍ित सर्वे निरस्‍त हुआ‍’ admin Wed, 07/31/2024 - 19:12

शिक्षा निदेशालय की  लापरवाही से जनजातीय भाषा कुँडुख (उराँव) ,मुण्डा, हो, खड़िया, संथाली  शिक्षक पद सृजन के स्थान पर नागपुरी, उड़िया, बंगला आदि क्षेत्रीय भाषा शिक्षक का पद सृजन किया गया था। जिसे लेकर कुँडुख़ भाषा संरक्षण समन्वय समिति (झारखण्ड) के पदाधिकारियों व कई विधायकों ने दिनांक 30/07/2024 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर सर्वे के विरूद्ध अपना मत रखा और ज्ञापन सौंपा था। अब खबर आयी है कि उस सर्वे को निरस्‍त कर दिया गया है। यह जानकारी मांडर विधायक शिल्‍पी नेहा तिर्की द्वारा दी गई है। इस घटना से प्रसन्‍न उक्‍त भाषा भाषी लोगों ने हर्ष व्‍यक्‍त करते हुए मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्‍यवाद

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CM हेमन्‍त सोरेन से मिले कुँडुख़ भाषा संरक्षण समन्वय समिति के पदधारीगण

2 months 1 week ago
CM हेमन्‍त सोरेन से मिले कुँडुख़ भाषा संरक्षण समन्वय समिति के पदधारीगण

कुँडुख भाषा शिक्षक पद सृजन  विषय को लेकर मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन से  कुंडुख(उराँव) भाषा संरक्षण समन्वय समिति झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष अरविंद उराँव, सचिव संजीव भगत, सदस्य  संतोष उराँव, सुशील उराँव  ने तीन विधायक  शिल्पी नेहा तिर्की, भूषण बाड़ा, जिग्गा सुसारण होरो के साथ  नया विधान सभा में आज दिनांक  30/07/024 को औपचारिक तौर पर बात चीत हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि गलत हुआ है। मुझे सर्वे आँकड़ा प्राप्त हुआ है। पांच जनजातीय भाषा ( कुँडुख, मुण्डा, खड़िया हो,संथाली ) का पूरे झारखंड में लगभग  3250 पद सृजित किया गया है। एवं नागपूरी सहित अन्य भाषा का लगभग  8500 पद सृजित किया गया है। यह एक गंभीर मामला

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टाटा स्‍टील फाउंडेशन के अधिकारियों ने एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट गुमला का निरीक्षण किया

2 months 1 week ago
टाटा स्‍टील फाउंडेशन के अधिकारियों ने एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट गुमला का निरीक्षण किया admin Mon, 07/29/2024 - 18:15

दिनांक 28/07/2024, दिन- रविवार को कईली दई कुँड़ुख आवासीय लूरकुड़िया, बेड़ो में एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट के सभी शिक्षक और समन्वयक की उपस्थिति देखी गई। टाटा स्टील फाउंडेशन के अधिकारीगण दो दिवसीय रिव्यू के लिए बेड़ो पहुंचे। एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट के अंतर्गत कार्य प्रणाली का संचालन व प्रगति स्तर का जायजा लिया। साथ ही गुमला के कई सेंटरों का भ्रमण किया।

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चार जिलों में एक साथ डीसी को सौंपा गया ज्ञापन : वृहद आंदोलन का संकेत 

2 months 2 weeks ago
चार जिलों में एक साथ डीसी को सौंपा गया ज्ञापन : वृहद आंदोलन का संकेत  admin Sat, 07/27/2024 - 19:53

कुँडुख भाषा शिक्षक पद सृजन के स्थान पर गलत तरीके से सादरी बोली को आधार बनाकर नागपुरी का पद सृजित किया गया है। जिसे निरस्त कर पुनः सर्वे कराने की मांग को लेकर, विभिन्न संगठन ने  दिनांक  26/07/2024 को गुमला, लोहरदगा ,पलामु लातेहार में डीसी को ज्ञापन सौंपा गया। कुँडुख़ भाषा को संरक्षण देने के लिए विभिन्न कुँडुख़ संगठन आगे आ रहे हैं।  कुंड़खर की मांग है कि पांचवी अनुसूचित क्षेत्र के सभी कोटि के विद्यालय में  आदिवासी उरांव बच्चो का नामांकन के आधार पर कुँडुख़ शिक्षक पद सृजित किया जाए। पारंपरिक स्वाशासन पड़हा व्यवस्था लोहरदगा, कुँडुख भाषा संघर्ष समिति गुमला, कुँडुख भाषा संघर्ष सरना समिति लातेहार ए

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लोहरदगा कॉलेज हॉस्टल में कुँडुख़ भाषा शिक्षक पद सृजन में गड़बड़ी को लेकर बैठक हुई

2 months 2 weeks ago
लोहरदगा कॉलेज हॉस्टल में कुँडुख़ भाषा शिक्षक पद सृजन में गड़बड़ी को लेकर बैठक हुई

दिनांक  24/07/2024 को लोहरदगा कॉलेज हॉस्टल नम्बर 3 में भाषा शिक्षक पद सृजित करने में गड़बड़ी को लेकर बैठक हुई। शिक्षक संजय उरांव ने बैठक की अध्यक्षता की। पद सृजन विषय पर गहन विचार-विमर्श  किया गया । पड़हा संयोजक विनोद भगत ने कहा कि कुँडुख भाषा को विलुप्त करने की साजिश बहुत तेजी से चल रहा है। इसे बचाने के लिए कुँड़ख़ भाषा विषय की पढ़ाई-लिखाई हमारी विशिष्ट लिपि तोलोंग सिकि से करना ही पड़ेगा। पहले अपनी लिपि नहीं होने के कारण कुँडुख भाषा विलुप्त होने की स्थिति तक पहुंच गई। लोहरदगा पड़हा देवान  संजीव भगत ने कहा कि कुँड़ख़ भाषा को विलुप्त  होने से बचाने के लिए और कुँड़ख़ भाषा की अपनी लिपि तोलोंग

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1 hour 53 minutes ago
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