चौंकाने वाली भविष्यवाणी है आदिवासी मौसम पूर्वानुमान कर्ता की
यह विडियो दिनांक 25.05.2025 को शूट किया गया आदिवासी मौसम विज्ञानी श्री गजेन्द्र उरांव उम्र 63 वर्ष ग्राम सैन्दा थाना सिसई जिला गुमला निवासी की है।
यह विडियो दिनांक 25.05.2025 को शूट किया गया आदिवासी मौसम विज्ञानी श्री गजेन्द्र उरांव उम्र 63 वर्ष ग्राम सैन्दा थाना सिसई जिला गुमला निवासी की है।
दिनांक - 21.02.2025 से 23.02.2025 को (कुंडुख़ उरॉंव) समाज के लोगों के बीच में
कुड़ुख़ भाषा संस्कृति परंपरा, ग्राम सभा विषयक कार्यशाला सम्पन्न हुआ। यह कार्यशाला टाटा स्टील फाउण्डेशन के सौजन्य से आयोजित हुआ। इस कार्यशाला का आयोजन, कुड़ुख़ भाषा सांस्कृतिक पुनरुत्थान केन्द्र बम्हनी, गुमला तथा अददी कुड़ुख़ चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा, रॉंची के संयुक्त संयोजन में किया गया।
पूरी रिपोर्ट पढि़ये नीचे पीडीएफ में..
उपनिवेषवाद का अर्थ है - ‘‘किसी समृद्ध एवं शक्तिशाली राष्ट्र द्वारा अपने विभिन्न हितों को साधने के लिए किसी निर्बल किन्तु प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण राष्ट्र के विभिन्न संसाधनों का, शक्ति के बल पर उपभोग करना।’’
यहाँ धार्मिक उपनिवेषवाद का अर्थ है - कमजोर और असंगठित समाज को अपने धार्मिक जाल में उलझा कर उसके सांस्कृतिक विरासत का विनाश करते हुए अपने समूह में मिला लेना है।
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दिनांक - 21.02.2025 से 23.02.2025 को कुड़ुख़ (उरांव) समाज के लोगों द्वारा कुड़ुख़ भाषा संस्कृति परंपरा, ग्राम सभा विषयक कार्यशाला टाटा स्टील फाउण्डेशन के सौजन्न्य से सम्पन्न हुआ। इस कार्यशाला का आयोजन कुड़ुख़ भाषा सांस्कृतिक पुनरूत्थान केंद्र बम्हनी, गुमला तथा अद्दी कुड़ुख़ चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा, रांची के संयुक्त संयोजन में किया गया। कार्यशाला के प्रथम दिवस दिनांक 21.02.2025 को दूर-दराज से आए उरॉंव समाज के लोगों द्वारा कार्यक्रम में परिचर्चा का विषय निर्धारित किया गया। ग्राम वासियों ने ज्वलंत समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए परिचर्चा करने के लिए विषय चुना गया। कार्यशाला के दूसरे दिन दिनांक
Sarhul: Introduction: Sarhul is a vibrant spring festival celebrated in Jharkhand, marking the beginning of the new year. Observed for three days, starting from the third day of the Chaitra month, it holds deep significance for the Kurukh / Oraon speaking Dravidian community.
The name "Sarhul" likely originates from the Tamil word “Cālam” (சாலம்), which refers to trees and flowers. This connection is particularly relevant because the festival revolves around the Sal tree (Shorea robusta), known in Tamil as Kuṅkiliyam (குங்கிலியம்) or Attam (அட்டம்).
यह विडियो दिनांक 28.03.2025 को शूट किया गया है। यह आयोजन परम्परागत उरांव पड़हा ग्रासभा, सिसई-भरनो के सदस्यों द्वारा संचालित किया गया है। इस आयोजन की पूरी व्यवस्था, ग्रामीण लोगों के आपसी सहयोग से किया गया है। आपसी सहयोग एवं समर्पण तथा समाज के युवकों एवं बुजुर्गों का आपसी तालमेल आने वाले समय के लिए एक सराहनीय कदम है। आइए विडियो का अवलोकन एवं मुल्यांकन करें -
डॉ नारायण उरांव 'सैन्दा' द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव 2023 भोपाल, में पढ़ी गई कुंड़ुख (उरांव) - हिन्दी अनुवाद कविताएं
फागुन का महीना खत्म होने ही वाला है, होलिका दहन एवं उसके दूसरे दिन होली का त्योहार भारत
के लगभग हर हिस्से में बहुत ही उल्लास और जोश के साथ मनाया जाता है, किंतु यदि मुंडा
जनजाति( होडो) की आदिम परंपरा एवं लोक कथाओं पर नजर डाले तो फागू नेग एवं सेंदरा की
परंपरा दिखाई पडती है। मुंडा जनजाति प्राचीन काल से ही फागू नेग और सेंदरा की परंपरा को पीढी
दर पीढी करता आया है, चूंकि होली एवं फागू परब वर्ष के एक समय में होता है इसी कारण लोगो
द्वारा इसे एक समझ लिया जाता है जबकि दोनो में कोई समानता नहीं है। आइए हम प्राचीन काल
दिनांक- 16 फरवरी 2025, दिन- शनिवार को टाटा स्टील फाउंडेशन जमशेदपुर एवं अद्दी अखड़ा संस्था, रांची द्वारा संयुक्त रूप के सहयोग से संचालित शंकोसाईं में कुँड़ुख भाषा एवं तोलोंग सिकि लिपि हप्ता दिवस 2025 समारोह आयोजित हुआ। जिसमें शंकोसाईं के अध्यक्ष- श्रीमान लक्ष्मण मिंज, सचिव- श्रीमान राजेश तिर्की एवं समन्वयक- सुश्री गीता कोया के द्वारा बच्चों को कुँड़ुख भाषा एवं तोलोंग सिकी के प्रति जागरूक किया गया। मंच में पद आसिन सभी के द्वारा बच्चों को उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वचन एवं मार्गदर्शन दिया गया। साथ ही वहां उपस्थित स्थानीय लोगों एवं विद्यार्थियों में कुँड़ुख भाषा संबंधित कैलेंडरों और पुस्तकों का
दिनांक- 16 फरवरी 2025, दिन- रविवार को टाटा स्टील फांउडेशन, जमशेदपुर एवं अद्दी कुँड़ुख़ चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा रांची के संयुक्त तत्वावधान से संचालित तोलोंङ सिकि सह कुँड़ुख़ भाषा शिक्षण केंद्र बाबा कार्तिक उरांव पुस्तकालय शहरबेड़ा के प्रांगण में कुँड़ुख़ कत्थ तोलोंङ सिकि लिपि हफ्ता दिवस 2025 मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विटापुर पंचायत के मुखिया श्री इंद्रजीत उरांव एवं उरांव समाज सरना समिति मोसोड़ीह, सरायकेला-खरसावां के पदाधिकारी श्री बीरेन्द्र उरांव श्री होरेन उरांव एवं समाज के अगुवागण एवं बुद्धिजीवी गणों द्वारा संयुक्त रूप से द्विप प्रज्वलित कर एवं बाबा कार्तिक के प्रतिमा पर माल्यार्
दिनांक- 15 फरवरी 2025, दिन- शनिवार को टाटा स्टील फाउंडेशन जमशेदपुर एवं अद्दी अखड़ा संस्था, रांची द्वारा संयुक्त रूप के सहयोग से संचालित धुमकुड़िया बिरसानगर जोन नंबर- 6 में कुँड़ुख भाषा एवं तोलोंग सिकि लिपि हप्ता दिवस 2025 समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें धुमकुड़िया बिरसानगर जोन नंबर- 6,2 और जोन नंबर- 10 के विद्यार्थीगण, सदस्यगण एवं शिक्षिकाएं शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा कार्तिक उरांव जी की मूर्ति पर माल्यार्पन एवं धूप- अगरबत्ती कर किया गया । उसके बाद बैनर तोलोंग सिकि लिपि का कैलेंडर, सरना झंडा और पारंपरिक वाद्य यंत्र के साथ बिरसानगर जोन नंबर 6 में रैली निकला गया। रैली में सभी बच
दिनांक 16 फरवरी 2025 दिन रविवार को कार्तिक उरांव AVDM स्कूल के प्रांगण में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी वार्षिक उत्सव एवं चित्रांकन प्रतियोगिता समारोह मनाया गया। जिसमें रांची जिला के विभिन्न स्कूल के छात्र-छात्राओं ने चित्रांकन प्रतियोगिता में भाग लिए। रांची जिला के विभिन्न स्कूल जिसमें कुरुख भाषा एवं तोलोग सिकी लिपि में पढ़ाया जाता है। इसी प्रकार कई विद्यालय के छात्र छात्राएं और शिक्षक -शिक्षिकाओ के साथ कुरुख संस्कृति से नाच गान का कार्यक्रमभी किया गया।
रोहतासगढ़ 17 फरवरी, 2025: रोहतासगढ़ पंचायत अंतर्गत माधा में आदिवासी समाज में जन्मे महान स्वतंत्रता सेनानी वीर बुधु भगत जी का 233 वीं जयंती सह कुँड़ुख भाषा-लिपि दिवस मनाया गया। जिसमें रोहतास और कैमूर के तोलोंग सिकी के शिक्षकगण उपस्थित हुए और सामाजिक कार्यकर्ता भी बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिए। इस कार्यक्रम के अध्यक्षता मनोज उरांव ने किया और उन्होंने अध्यक्षता करते हुए बताया कि बहुत हमें गर्व होता है कि हम आदिवासी समाज में हमने जन्म लिया और हमारे आदिवासी समाज में बहुत सारे आदिवासी महापुरुष और आदिवासी वीरांगनाएं पैदा हुई जो काबिले तारीफ है। हमें और पूरे राष्ट्र के लोगों को भी गौरन्वित होना चाहिए। इस
दिनांक- 17 फरवरी 2025, दिन- सोमवार को टाटा स्टील फांउडेशन, जमशेदपुर एवं अद्दी कुँड़ुख़ चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा रांची के संयुक्त रूप से संचालित तोलोंङ सिकि सह कुँड़ुख़ भाषा शिक्षण केंद्र आशा आदिवासी विद्यालय बलसोता, सरना टोली, भण्डरा के प्रांगण में कुँड़ुख़ कत्थ तोलोंङ सिकि लिपि हफ्ता दिवस 2025 एवं वीर बुधु भगत जयंती समारोह मनाया गया। जिसमें लोहरदगा जिला के विभिन्न स्कूल जिसमें कुँड़ुख़ भाषा एवं तोलोङ सिकि लिपि में पढ़ाया जाता है। इसी प्रकार कई विद्यालय के छात्र- छात्रांए और शिक्षक- शिक्षिकाओं के साथ कुँड़ुख भाषा रिझवार शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ संयुक्त रूप से द्विप प्रज्वलित कर एव
दिनांक 12.02.2025 दिन बुधवार को गुमला जिले का नाम सिसई प्रखण्ड स्थित शिवनाथपुर पंचायत के प्रस्तावित कुँड़ुख़ उच्च विद्यालय शिवनाथपुर सिसई के स्कूल प्रांगण में हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी धुमधाम से कुँड़ुख़ कत्थ तोलोंग सिकि लिपि सप्ताह दिवस मानाया गया। इस आयोजन में टाटा स्टील फाउंडेशन जमशेदपुर एवं अद्दी कुड़ुख़ चाला धुमकुड़िया पड़हा अखड़ा रांची, संस्था के संयोजन में संचालित एजेरना बेड़ा प्रोजेक्ट से जुड़े गुमला जिला के सभी कुड़ुख़ भाषा केन्द्र के छात्र एवं बच्चे शामिल हुए।
आज दिनांक 13/02/2025, दिन गुरुवार को आदिवासी छात्र संघ के केंद्रीय अध्यक्ष सुशील उराँव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल से मुलाकात की।
दिनांक 09/02/2025 को ग्राम - सैंदा, जिला गुमला में धुमकुड़िया कोरना- पूरना (प्रवेश-विदाई) का समारोह सम्पन्न हुआ। इस समारोह में बच्चे, बड़े बच्चे एवं बड़े बुजुर्ग उपस्थित हुए। यह आयोजन प्रतिवर्ष माघ महीने के शुक्ल पक्ष में हुआ करता है। इस वर्ष यह आयोजन शुक्ल पक्ष में रविवार के दिन दिनांक 09.02.2025 को ग्रामीणों के सहयोग से आयोजित हुआ।