रूढ़ी-प्रथा के अन्तर्गत ग्रामसभा एवं पड़हा के कार्यकारिणी सदस्य - कौन और कैसे ?
ज्ञात हो कि रूढ़ीप्रथा ग्रामसभा पड़हा बिसुसेन्दरा, सिसई-भरनो, गुमला (झारखण्ड) द्वारा विगत 13 वर्षों से रूढ़ीप्रथा में प्रचलित सामाजिक मान्यताओं को लिखित रूप में संकलित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अग्रेतर क्रियान्वयन में परम्परागत ग्रामसभा पड़हा बिसुसेन्दरा 2020 के लिखित प्रतिवेदन के कंडिका - 9, 10, 11 को सामाजिक आधार मानकर डॉ0 रामदयाल मुण्डा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान, रांची (झारखण्ड) की विशेष कमिटि द्वारा प्रथागत आदिवासी समाज में विवाह विच्छेद (तलाक) विषयक मन्तव्य वर्ष 2021 में माननीय हाईकोर्ट, रांची को समर्पित किया गया है।